
मुंबई, गृह विभाग के परिपत्र के अनुसार पत्रकारों को दोपहर 2 बजे के बाद ही मंत्रालय में प्रवेश की अनुमति देने का निर्णय अंततः वापस ले लिया गया है। पत्रकारों की एकता के आगे नतमस्तक मुख्यमंत्री माननीय। देवेन्द्र फडणवीस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और निर्देश दिया कि इस निर्णय को रद्द किया जाए।
गृह विभाग द्वारा 24 मार्च को जारी परिपत्र में कहा गया था कि पत्रकारों को दोपहर 2 बजे के बाद ही मंत्रालय में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इस निर्णय से पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर स्पष्ट रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया, जिससे राज्य भर के पत्रकारों में तीव्र आक्रोश फैल गया।
इस पृष्ठभूमि में मंत्रालय विधायी संवाददाता संघ की कार्यकारी समिति ने मुख्यमंत्री फडणवीस से मुलाकात की और अपनी स्थिति स्पष्ट की। पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री दिलीप सापटे, महासचिव श्री. दीपक भातुसे और उनके साथियों ने पत्रकारों की आवाज सरकार तक पहुंचाई।
इस मुद्दे की गंभीरता को समझते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने तुरंत मुख्य सचिव और गृह विभाग को विवादास्पद परिपत्र वापस लेने का आदेश दिया। यह जीत पत्रकारों की एकता और संघर्ष से हासिल हुई है और यह फैसला पत्रकारिता की स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण है।