
ईरानी सैन्य कमांडरों को इज़रायली जाल में कैसे फंसाया गया? एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है —इज़राइल ने युद्ध के पहले ही दिन ईरानी शीर्ष सैन्य कमांडरों को निशाना बनाने के लिए एक बेहद चालाक तरीका अपनाया।
इज़राइली एजेंसियों ने ईरानी कमांडरों को WhatsApp पर फर्जी मैसेज भेजे इन मैसेजेस के ज़रिए उन्होंने कमांडरों के फोन तक पहुंच बना ली और उनकी लोकेशन और कमरों की जानकारी हासिल की। इसके बाद उन्हीं जानकारी के आधार पर हवाई हमले किए गए।
मतलब साफ है यह सिर्फ मैदान में लड़ाई नहीं थी, बल्कि तकनीक और साइबर जंग का भी इस्तेमाल हुआ।
ये घटना दिखाती है कि आज की जंग में मोबाइल फोन भी हथियार बन चुके हैं।

इजरायल-ईरान जंग में ट्रंप को कैसे हुआ सबसे बड़ा फायदा? जानिए किसका हुआ अधिक नुकसानइजरायल और ईरान के बीच 12 दिनों के सैन्य संघर्ष के बाद युद्धविराम की घोषणा हुई, जिसकी घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने की। इस युद्ध में इज़रायल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बाधित किया और अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया।

ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे ईरान पर लगाए गए सभी आर्थिक प्रतिबंध हटाने पर विचार कर रहे हैं, बशर्ते कि चीन ईरान का तेल और गैस खरीदे।
खबर है कि ट्रंप जल्दी ही ईरान पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों को हटाने का ऐलान कर सकते हैं, ताकि ईरान को अमेरिका का एक नया व्यापारिक साझेदार बनाया जा सके।
डोनल्ड ट्रंप ये सोच रहे हैं कि अगर चीन ईरान से तेल और गैस खरीदने को तैयार हो जाए, तो अमेरिका ईरान पर जो आर्थिक सज़ाएं (sanctions) लगा रखी हैं, उन्हें हटा सकता है। इससे ईरान को आर्थिक राहत मिलेगी और शायद अमेरिका-ईरान रिश्तों में भी सुधार आए।