
महाराष्ट्र:देवेंद्र फडणवीस की भाजपा पूरे फॉर्म में है.
खुद देवेन्द्र फडणवीस ने संकेत दिया है कि नगर निगम चुनाव से पहले ठाकरे और बीजेपी के बीच गठबंधन हो सकता है. फडणवीस ने बयान दिया है कि उद्धव ठाकरे हमारे दुश्मन नहीं हैं. यहां तक कि ठाकरे ने भी कहा है कि वह यह नहीं कह सकते कि कल क्या होगा. चूंकि दोनों पक्ष सकारात्मक रुख अपना रहे हैं, इसलिए कहा जा रहा है कि आगामी नगर निगम चुनाव में ठाकरे और बीजेपी एक साथ आ सकते हैं.बीते दिसंबर महीने में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महायुति की सरकार बन जाने के बावजूद महाराष्ट्र की राजनीति में चीजें शांत नहीं हुई हैं. महायुति की सरकार में देवेंद्र फडणवीस अपने दोनों उप मुख्यमंत्रियों अजित पवार और एकनाथ शिंदे के साथ बहुत सहज नहीं हैं. उनके सरकार में रहने की वजह से उनके पास फ्री हैंड नहीं है. इसकी झलक सरकार गठन और उसके बाद विभागों के बंटवारे के वक्त दिख चुकी है. ऐसे में राज्य में नए राजनीतिक समीकरण की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा है.http://महाराष्ट्र:देवेंद्र फडणवीस की भाजपा पूरे फॉर्म में है.
देवेंद्र फडणवीस ने पांच दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उनके शपथ लिए पूरे 35 हुए हैं. इस बीच शिवसेना उद्धव गुट के नेता आदित्य ठाकरे उनसे तीन पार मुलाकात कर चुके हैं. ठाकरे ने गुरुवार को एक बार फिर सीएम से मुलाकात की. उनकी इस मुलाकात ने कई राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दिया है. बीते कुछ दिनों से चर्चा चल रही है कि ठाकरे गुट और भारतीय जनता पार्टी फिर से एक साथ आ सकते हैं. चर्चा यह भी है कि इसी बात को लेकर एकनाथ शिंदे महायुति में नाराज हैं. ऐसी चर्चा है कि अगर एकनाथ शिंदे ने महागठबंधन छोड़ा तो बीजेपी ठाकरे समूह के साथ गठबंधन कर लेगी. प्रहार एसोसिएशन के अध्यक्ष बच्चू कडू ने कुछ दिन पहले इस बारे में एक सांकेतिक बयान भी दिया था.http://महाराष्ट्र:देवेंद्र फडणवीस की भाजपा पूरे फॉर्म में है.
