
नाना पटोले
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले की प्रतिक्रिया नतीजों के बाद ईवीएम का विरोध बढ़ता जा रहा महाविकास अघाड़ी गठबंधन के नेताओं की तरफ से ईवीएम पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे है. इसी कड़ी में महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले की प्रतिक्रिया आई है. मीडिया से बातचीत के दौरान जब उनसे ईवीएम को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरा वोट मेरा अधिकार है. वोट खत्म करने के बाद हमारा कोई अधिकार ही नहीं बचता है.
पटोले ने कहा कि आज किसान दिल्ली की सीमाओं पर अपने अधिकारों की मांग को लेकर आए हैं लेकिन केंद्रीय कृषि मंत्री कहते हैं कि हम MSP का कानून नहीं बनाएंगे. किसानों की मांग है कि सरकार को एमएसपी का कानून बनाना चाहिए. ये जनभावना है और सरकार को जनभावनाओं का आदर करना चाहिए.
मेरा मतदान सही सलामत है या नहीं’
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि देश में बेरोजगारी बड़े पैमाने पर बढ़ी, उन्होंने मोर्चा निकाला तो उन्हें भी लाठियों से मारा गया. किसानों पर भी गोलीबारी की गई उनको भी लाठी से मारा गया. तो एक वोट मारने के बाद उनका अधिकार ही बचता नहीं है. मेरा मतदान सही सलामत है या नहीं, मैंने जिसको वोट किया उसे वोट जा रहा है या नहीं ऐसी शंका अगर मन में आती है तो ये ही मेरी स्वतंत्रता का उल्लंघन माना जाता है. जनता के बीच भावना है कि वोटिंग बैलट पेपर पर हो न की मशीन पर.
‘वोटिंग बैलेट पेपर से होनी चाहिए’
उन्होंने कहा कि इसी भावना को देखते हुए मरकडवाडी गांव में (बैलट पेपर से चुनाव करवाने की)मांग की. राज्य सरकार ने पुलिस के दवाब के आधार पर उनका बूथ कैप्चर कर लिया, उनपर केस दर्ज कर लिया. आखिर आप लोगों के अधिकार का हनन कैसे कर सकते हो इसलिए मरकडवाडी गांव के साथ-साथ पूरे महाराष्ट्र में मांग उठने लगी है कि वोटिंग बैलेट पेपर पर होनी चाहिए.
