
सोचिए जब केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री के संसदीय क्षेत्र किशनगढ़ में ही नकली DAP खाद का धंधा जोरों पर हो और किसानों के साथ विश्वासघात किया जा रहा हो, तो बाकी देश में क्या हाल होगा?कृषि राज्यमंत्री घर में मार्बल पाउडर और मिट्टी पर रंग चढ़ाकर नकली DAP बनाने की फैक्ट्रियां चल रही हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि सरकार से लेकर अधिकारी तक किसी को भनक नहीं है।
या फिर भाजपा नेता ज़मीर बेचकर ज़हर की सौदेबाजी कर रहे थे? अगर नहीं तो अधिकारियों ने कार्रवाई क्यों नहीं की.. किसका दबाव था? नकली खाद का यह भंडाफोड़ भाजपा सरकार में प्रचंड भ्रष्टाचार की निशानी है। डबल इंजन की सरकार में डबल भ्रष्टाचार और धोखा है। जुमलेबाजों की सरकार में अन्नदाता ज़मीन में ज़हर बोने को मजबूर है। शर्मनाक!सरकार को जांच करवाकर दोषियों और कमीशनखोरों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।