
सफर को आसान और सुविधाजनक बनाने के लिए सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। इसी कड़ी में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम भी जोरों शोरों से चल रहा है।
खास बात है कि इस एक्सप्रेसवे की बाधाओं में शामिल सबसे बड़ी बाधा पार कर ली गई है।
बताया जा रहा है कि अरावली पहाड़ियों पर बनाई जा रही टनल का काम लगभग पूरा हो चुका है।
इस टनल के शुरू होने से वडोदरा तक के सफर में 12 घंटे बचेंगे, जबकि अभी 20 से 22 घंटे का समय लगता है।
हरियाणा के गुरुग्राम से गुजरात के वडोदरा तक पहुंचने में करीब 22 घंटे का समय लगता है। इस टनल के पूरा होने के बाद यह सफर 10 घंटे में पूरा हो पाएगा।
एक्सप्रेसवे के इस हिस्से को बनाने के लिए एक लाख करोड़ का बजट तय है। कच्चे पत्थर और पानी की मौजूदगी के कारण टनल के निर्माण में दिक्कत आ रही थी,
लेकिन अब यह कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है, लिहाजा अब पहले के मुकाबले दोगुनी रफ्तार से कार्य चल पाएगा।
मानसून लेगा इस टनल की परीक्षा?मानसून की बारिश जहां अच्छे से अच्छे फ्लाईओवर को गिरा देती है, वहीं बड़े से बड़े पुल भी निर्माण की गुणवत्ता की पोल खोल देते हैं।
ऐसे में अगर मानसून से पहले भी यह कार्य पूरा हो गया, तो भी इस टनल को मानसून की अग्नि परीक्षा पास करनी होगी। मीडिया रिपोर्ट्स में एक अधिकारी ने बताया कि इस टनल का निर्माण कार्य जनवरी 2024 तक पूरा करना था, लेकिन निर्माण एजेंसी ने सुरक्षा को प्राथमिकता देकर कार्य पूरा किया है।
ऐसे में निर्माण एजेंसी भी पूरी तरह से आश्वस्त होने के बाद ही इस टनल को खोलने की अनुमति देगी।